डा. जाकिर हुसैन (8 फरवरी १८९७ – 3 मई १९६९) भारत के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे जिनकी मृत्यु उनके कार्यकाल में हुई. उन्होंने अपनी जिन्दगी की पूरी कमाई जामिया मिलिया नामक शैक्षणिक संस्था में लगा दी. आज उनके पास अपना एक मकान भी नहीं है.
उनकी आखिरी ख्वाहिश के मुताबिक उनका शव जामिया मिलिया के आहाते में ही 5 मई १९६९ तो पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया.
Excerpt from my dispatch in Mashal, 17 May 1969, reporting the death of Dr Zakir Husain (3 February 1897 – 3 May 1969), the third President of India.

अखबार की कतरन पढ़ने मे नहीं आ रही है
Sorry about it. But the printing is bad. And the clipping could not be restored.