
NK SINGH
चाईबासा के ‘बुद्धिमान’ अफसरों का कहना है कि उनके शहर में फसाद की आग अचानक भड़की। 15 अप्रैल के पहले शहर में अमन-चैन था, सुख की बाँसुरी बज रही थी। एकाएक बमों के साथ मुसलमानों ने रामनवमी के जुलूस पर हमला किया और सांप्रदायिक दंगा फ़ाइल गया, जिसमें कुछ मरे, कुछ घायल हुए। Continue reading “चाईबासा के दंगे: क्यों और कैसे”